•विद्युत आवेश एवं क्षेत्र
1. विद्युत आवेश...
• कुछ पदार्थों को आपस में रगड़ने पर उनमें हल्की वस्तुओं को अपनी ओर आकर्षित करने का गुण आ
जाता है, इस गुण के आ जाने पर पदार्थ आवेशित
कहलाता है, तथा जिस कारण यह गुण उत्पन्न होता है,
उसे विद्युत आवेश कहते हैं, इसे q से प्रदर्शित करते हैं।
• Note point जब पदार्थ आवेश ग्रहण कर लेता है,
तब उसे विद्युतमय या आवेशित पदार्थ कहते हैं।।
2. आवेश के प्रकार....
1. धन आवेश (+) 2. ऋण आवेश (-)
* जैम्स फ्रेंकलिन ने 1750 ई में इनके नाम धन आवेश तथा
ऋण आवेश रखे।।
*Note point.......
* (+,+) (-, -) समजातीय आवेश।।
* (+,-) (-,+) विजातीय आवेश।।
*(+,+) (-, -) समजातीय आवेश एक दूसरे को प्रतिकर्षित
करते हैं।
* (+,-) (-,+) विजातीय आवेश एक दूसरे को आकर्षित करते
हैं।।
3. आवेश का मात्रक....
*Mks पद्धति में आवेश का मात्रक कूलॉम होता है, इसे c से प्रदर्शित करते हैं।।
* 1 कूलॉम = 1 amp-sec होता है।
* आवेश की विमा [AT] होती है।।
4. मूल आवेश ....
• आवेश की छोटी से छोटी इकाई को मूल आवेश कहत हैं,
इसे e से प्रदर्शित करते हैं, मूल आवेश, इलेक्ट्रॉन, प्रोटॉन, अल्फा कणों का पूर्ण गुणज होता है।।
उदाहरण के लिए ( e, 2e, 3e, 4e...........ne)
•Note points.....
• e का मान = 1.6 ×10 -¹⁹ c
5.मूल कणों पर आवेश .......
• इलेक्ट्रॉन पर आवेश = -e
• प्रोटॉन पर आवेश = +e
• अल्फा कणों पर आवेश = +2e
• यदि किसी पदार्थ पर मूल आवेश (इलेक्ट्रॉन) की संख्या n
हो तो कुल आवेश, q = ne होगा।। • Formula , [q=ne] याद रखने योग्य है।।
6.आवेश संरक्षण का नियम....
• आवेश को ना तो उत्पन्न किया जा सकता है,और
ना ही नष्ट, इसे केवल एक पदार्थ से दूसरे पदार्थ पर
स्थानांतरित कर सकते हैं, इसे ही आवेश संरक्षण का
नियम का जाता है।।
• note point..
• दो उदासीन पदार्थों को आपस में रगड़ने पर उनमें
बराबर व विपरीत आवेश उत्पन्न होते हैं, अतः दोनो
पदार्थों पर आवेश की कुल मात्रा शून्य होगी तथा
रगड़ने से पहले भी उन पर कुल आवेश शून्य था ,
क्योंकि दोनो पदार्थ उदासीन थे।।
7. कूलॉम का नियम....
• इस नियम के अनुसार, दो बिंदु आवेशों के मध्य लगने वाला
आकर्षण बल या प्रतिकर्षण बल अवेशों के गुणनफल के
अनुक्रमानुपाती तथा उनके बीच की दूरी के वर्ग के
व्युतक्रमानुपाती होता है।।
8. विद्युत बल ....
• दो बिंदु आवेशों के मध्य लगने वाले बल को विद्युत
बल कहते हैं, इसे Fe से प्रदर्शित करते हैं।।
• ये दो प्रकार के होते हैं,
1. आकर्षण बल
2. प्रतिकर्षण बल।।
9. विद्युत क्षेत्र.....
• किसी आवेश के चारों ओर का वह क्षेत्र जिसमे
कोई अन्य आवेश विद्युत बल का अनुभव करता है,
वैद्युत क्षेत्र कहलाता है, इसे E से प्रदर्शित करते हैं।।
10. वैद्युत क्षेत्र की तीव्रता...
11. वैद्युत बल रेखायें...
12. वैद्युत बल रेखाओं के गुण.....
13.किसी बिंदु आवेश के कारण वैद्युत क्षेत्र की तीव्रता...
• ये दो प्रकार की होती है
1. अक्षीय स्थिति में..
2. निरक्षीय स्थिति में..
1. वैद्युत द्विध्रुव के कारण अक्षीय स्थिति में वैद्युत क्षेत्र की तीव्रता .......